वॉकिंग एक अच्छा व्यायाम है, लेकिन यह पूरे शरीर के लिए पर्याप्त नहीं है। यदि आप अपने शरीर की सभी कमजोरियों को दूर करना चाहते हैं, तो चलने के साथ तीन और वर्कआउट भी करें। ये वर्कआउट आपके वॉकिंग प्रभाव को बढ़ा देंगे और आपको कई अन्य लाभ भी मिलेंगे।
वॉकिंग के लाभ
दैनिक जीवन में वॉकिंग सबसे सरल और प्रभावी व्यायाम है। यह दिल की सेहत को बेहतर बनाता है और असामान्य पंपिंग और दिल के दौरे से बचाता है। यह एक अच्छा कार्डियोवैस्कुलर अभ्यास है जो ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है, साथ ही शरीर की फ्लैक्सिबिलिटी, स्टेमिना, बैलेंस और पोस्चर को भी बढ़ाता है। साथ ही वॉकिंग आपकी मानसिक सेहत पर भी अच्छा प्रभाव डालता है। यह आपको एक सक्रिय जीवनशैली अपनाने में मदद करता है, जो कई बीमारियों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
वॉकिंग एक अद्भुत एरोबिक अभ्यास है, जो हमें बिमारियों से दूर रखता है और इलाज को भी प्रभावी बनाता है, जब तक कि कोई जेनेटिक कारण या विशिष्ट समस्या नहीं है। लेकिन वॉकिंग पूरे शरीर को स्वस्थ नहीं बना सकती।इसके साथ कुछ अतिरिक्त अभ्यास भी करना आवश्यक है ताकि शरीर की सभी मांसपेशियां सक्रिय रहें और संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार हो सके। यही कारण है कि वॉकिंग सहित तीन महत्वपूर्ण वर्कआउट को आपकी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए ताकि आप इससे अधिकतम लाभ उठा सकें।
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वॉकिंग कार्डियोवैस्कुलर व्यायाम है
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, कार्डियोवैस्कुलर और सर्कुलेटरी तंत्रिका के लिए चलना सबसे आसान और प्रभावी व्यायाम है। यह फेफड़ों और दिल की क्षमता को बढ़ाता है, ब्लड फ्लो को बढ़ाता है और वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है। वॉकिंग जोड़ों पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालती।लेकिन इसकी एक कमी यह है कि यह शरीर के कोर और मांसपेशियों पर पर्याप्त प्रभावी नहीं है। जो कि पूरे शरीर को बेहतर तरीके से मजबूत करने के लिए जरुरी है। इसलिए वॉकिंग के साथ तीन अतिरिक्त अभ्यास भी करना चाहिए। जिनका वर्णन इस प्रकार है-
1. स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वर्कआउट
चलने से मसल्स को आवश्यक मजबूती नहीं मिलती, खासकर शरीर की मसल्स पर इसका असर सीमित रहता है। इसलिए, अपनी दिनचर्या में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग अभ्यास शामिल करना जरूरी है। पुल अप्स और पुश अप्स जैसे व्यायाम शुरू करना अच्छा हो सकता है। ये वर्कआउट मसल्स के असंतुलन को रोकते हैं, जिससे पोस्चर में सुधार होता है और मसल्स की इंजरी का खतरा कम होता है। इस तरह, वॉकिंग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के साथ मिलकर एक संतुलित फिटनेस रूटीन बनाया जा सकता है।
2. कोर वर्कआउट
कोर वर्कआउट मजबूत पाचन, वजन घटाने, किडनी और लिवर की सेहत, स्पाइन की मजबूती और कमर दर्द को कम करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ये वर्कआउट आपके वॉकिंग को और भी प्रभावी बना देंगे। रशियन ट्विस्ट, प्लैंक और साइड प्लैंक जैसे व्यायाम करने से आपकी कोर मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है, साथ ही आपका पाचन और मूत्रमार्ग भी मजबूत होता है। यही कारण है कि वॉकिंग के साथ इन कोर अभ्यासों को शामिल करना आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा।
3. स्ट्रेचिंग वर्कआउट
सभी अंगों को मजबूत बनाने के लिए उचित पोषण की जरूरत होती है, लेकिन ब्लड सर्कुलेशन की कमी और इनएक्टिव मसल्स ग्रुप अक्सर इस प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाते। स्ट्रेचिंग सभी मसल्स ग्रुप और अंगों को एक्टिव बनाता है। शरीर को आवश्यक विटामिन, मिनरल्स और न्यूट्रिएंट्स आसानी से मिलते हैं जब ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे जॉइंट्स, हड्डियों और मसल्स की चाल में कमी नहीं आती, जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करना आपकी दिनचर्या में शामिल करना बहुत महत्वपूर्ण है।
चलने का सही तरीका
- सीधे खड़े हो जाएँ
- नजर को सामने रखें
- कंधे को पीछे, नीचे और रिलैक्स रखें
- पेल्विस को न्यूट्रल रखें
- धीरे-धीरेशुरुआत करें
चलने के दौरान न करें ये गलती
• गलत फिटिंग के जूते न पहनें
• स्क्रीन पर ध्यान न देना
• टाइट कपड़े ना पहनें
• पॉल्यूशन के बीच वॉकिंग न करें
वॉकिंग से इन अंगों पर पड़ता है सबसे ज्यादा असर
- दिमाग का फंक्शन- मेमोरी-क्रिएटिविटी बढ़ेगी और स्ट्रोक से बचाव
- पैर, क्वाड्स, हैमस्ट्रिंग, काल्फ, ग्लूट मसल्स मजबूत होगी
- पैर और तलवे मजबूत होंगे
- कोर मजबूत होने से पोस्चर सुधरेगा
- लोअर बैक की ताकत बढ़ेगी
- दिल का फंक्शन सुधरेगा और बीमारी दूर रहेंगी
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
- पैदल चलने के क्या लाभ हैं?
आपके समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने या बनाए रखने का एक बेहतरीन उपाय है पैदल चलना। रोजाना 30 मिनट चलने से हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है, हड्डियाँ मजबूत हो सकती हैं, शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम हो सकती है, और मांसपेशियों की ताकत और सहनशक्ति में सुधार हो सकता है। - वॉकिंग करने के लिए कितने घंटे चाहिए?
स्वस्थ रहने के लिए हर दिन कम से कम 30 मिनट की मॉर्निंग वॉक का रूटीन जरूर बनाएं। शुरू में आप अपने शरीर और उम्र के अनुसार इस समय को कम या ज्यादा रख सकते हैं, लेकिन बाद में आप चलने की दूरी या समय को बढ़ा सकते हैं। विभिन्न अध्ययनों ने पाया कि सुबह एक घंटे तेज चलने से आपकी जिंदगी में दो घंटे की वृद्धि हो सकती है। - 5 किलोमीटर प्रतिदिन चलने से क्या फायदा होता है?
आपकी चाल भी कैलोरी बर्न करने में महत्वपूर्ण है। तेज चलना (5-6 किमी/घंटा) आराम से चलने (3–4 किमी/घंटा) से अधिक कैलोरी बर्न करता है। इसकी वजह यह है कि तेज चलने से दिल का धड़कन बढ़ता है और शरीर अधिक ऊर्जा का उपयोग करता है। - 1 किलोमीटर चलने में कितना समय लगता है?
किलोमीटर दौड़ने के लिए 900–1250 कदम की आवश्यकता होती है, जबकि किलोमीटर चलने के लिए औसतन 1200–1500 कदम की आवश्यकता होती है। - खाने के बाद कब वॉक करना चाहिए?
एक अध्ययन के अनुसार, खाने के 10 से 15 मिनट बाद वॉक करने से डायबिटीज और पाचन संबंधी समस्याएं कम होती हैं। दस मिनट तक चलने से ये स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
निष्कर्ष
दैनिक रूप से वॉकिंग करना स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, कोर वर्कआउट और स्ट्रेचिंग भी आवश्यक हैं। ये अभ्यास न केवल आपके वॉकिंग को बेहतर बनाते हैं, बल्कि आपके पूरे स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं। सक्रिय जीवनशैली अपनाकर आप बीमारियों से बच सकते हैं और अपने शरीर को मजबूत और स्वस्थ भी रख सकते हैं। अब चलें, स्वस्थ जीवन की ओर!