योग निद्रा: जानें अर्थ, लाभ व योग निद्रा लेने का तरीका

योग निद्रा एक गहरी नींद लेने का तरीका है जो शरीर और मन को पुनः ऊर्जा देता है। यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि आजकल तनाव और अनिद्रा आम हो गए हैं। यह नींद की गुणवत्ता को सुधारता है और मन को संतुलित और शांत करता है। इस लेख में योग निद्रा का अर्थ, इसके फायदे और इसे करने का तरीका बताया जाएगा।

योग निद्रा का क्या अर्थ है?

इसका अर्थ है गहरी, जागरूकतापूर्ण नींद। यह जागते हुए सोने की तरह है। यह अर्धचेतन अवस्था है, जो जागरण और स्वप्न के बीच होती है। देवताओं की नींद भी ऐसी होती है।इसका मतलब है कि मनुष्य संसार में रहते हुए काम करें और संतुलन भी बनाए रखें।

किसी भी योगासन क्रम के बाद आम तौर पर विश्राम और योग निद्रा की आवश्यकता होती है। योगासन शरीर को गरमाता है और उसे शांत करता है। शरीर में योग अभ्यास से ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। इस ऊर्जा को संरक्षित और समेकित करने से शरीर और मन विश्राम पाते हैं।

यह निद्रा आपको ध्यान और प्राणायाम करने के लिए तैयार करती है। यही कारण है कि योगासन करने के बाद आप योग निद्रा के लिए सही समय चुनें।

योग निद्रा के फायदे

  • योग निद्रा नींद की गुणवत्ता को बढ़ाता है।
  • यह संपूर्ण शरीर को राहत देने वाला शारीरिक विश्राम प्रदान करता है।
  • मांसपेशियों की थकान कम होती है और वे तेजी से फिट होते हैं।
  • चिंता और मानसिक तनाव में कमी आती है।
  • एकाग्रता और ध्यान में सुधार होता है।
  • भावनात्मक संतुलन और मनोवैज्ञानिक उपचार मिलता है।
  • जब आप अधिक आत्म-जागरूकता प्राप्त करते हैं, तो आप अपने आप को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
  • विचारशीलता को प्रोत्साहन मिलता है, जो वर्तमान समय में जीने की क्षमता बढ़ाता है।
  • सकारात्मक सोच और मानसिक सकारात्मकता को बढ़ावा मिलता है।
  • सामान्य स्वास्थ्य में सुधार, जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कल्याण पर प्रभाव डालता है।

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योग निद्रा के प्रकार

अलग-अलग लोगों की आवश्यकताओं और अनुभवों के अनुसार योग निद्रा के कई प्रकार होते हैं। यहाँ मुख्य प्रकार दिखाए गए हैं:

आम योग निद्रा: यह एक मूल निद्रा अभ्यास है जो शरीर और मन को गहरी शांत स्थिति में डालता है। इसमें, व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से विश्राम करके गहरी नींद की स्थिति में जाता है।

निर्देशित योग निद्रा: इसमें योग निद्रा का मार्गदर्शन एक प्रशिक्षक या ऑडियो गाइड देता है। नए लोग इसे पसंद करेंगे क्योंकि इसमें निर्देशित सत्र हैं जो मन को आसानी से गहरी विश्राम की स्थिति में ले जाते हैं।

संगीत से प्रेरित योगनिद्रा: इसमें, संगीत या ध्वनि थैरेपी का इस्तेमाल किया जाता है ताकि एक शांतिपूर्ण और ध्यानपूर्ण वातावरण बनाया जा सके। योग निद्रा प्रक्रिया को और भी बेहतर बनाने के लिए संगीत या ध्वनि तंतुओं का उपयोग किया जाता है।

साधना आधारित योग निद्रा: इसमें अलग-अलग साधना प्रणालियों का उपयोग किया जाता है, जैसे प्राणायाम और ध्यान अभ्यास, जो निद्रा को गहरा और प्रभावी बनाने के लिए प्रयुक्त होते हैं।

लक्षित योग निद्रा: इस तरह की तैयारी भावनात्मक या स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करती है। इसमें विशिष्ट समस्या का समाधान करने में मदद करने वाली विशेष तकनीकें और ध्यान बिंदु शामिल हैं।

स्वप्न योग निद्रा: इसमें भावनात्मक और मानसिक परेशानियों का विश्लेषण और समाधान होता है, जो सपनों और अवचेतन मन की गहराई में जाते हैं।

योग निद्रा के इन प्रकारों को अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं और लक्ष्यों के अनुसार अभ्यास कर सकते हैं, जिससे विश्राम और संतुलन को बढ़ावा मिलता है।

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योग निद्रा लेने की विधि

स्थान की योजना

योग करते समय निद्रा करने के लिए एक खुली जगह चुनें। अगर आप एक बंद कमरे में हैं, तो खिड़कियाँ और दरवाजे खुले रखें। आरामदायक कपड़े पहनें और जमीन पर दरी बिछाकर कंबल उस पर रखें।

शरीर की जगह

शवासन में लेटें। एक फुट की दूरी पर दोनों पैर रखें और हथेलियाँ कमर से छह इंच दूर रखें। शरीर को बिल्कुल न हिलाएं और आँखें बंद रखें। यह मनोवैज्ञानिक नींद है, इसलिए विचारों से संघर्ष करने की बजाय शरीर और मन को पूरी तरह शांत करें।

श्वास प्रक्रिया

गहरी, पूरी साँस लेकर आराम से छोड़ें। इस समय अपने ध्यान को सिर से पाँव तक अपने पूरे शरीर पर केंद्रित करें और महसूस करें कि आपका पूरा शरीर शिथिल हो रहा है। इस प्रक्रिया से विश्राम बढ़ता है।

विचार और मानसिक स्थिति

आप एक शांत समुद्र तट पर लेटे हैं। आप इस स्थिति में अपने हाथों, पाँवों, पेट, गर्दन और आँखों को पूरी तरह से शिथिल कर दिया है। अपने आप से कहें कि आप योग निद्रा अभ्यास कर रहे हैं और गहरी शांति का अनुभव करें। यह मनोवैज्ञानिक स्थिति आपको अधिक गहरे विश्राम में लाने में मदद करेगी।

सोच

निद्रा के दौरान अच्छे काम करने का लक्ष्य रखें। बुरी आदतों को छोड़ने का भी निश्चय कर सकते हैं। यह विचार बहुत प्रभावशाली है। पाँच बार लेटे-लेटे पूरी साँस लें और छोड़ें, ध्यान दें कि छाती और पेट हिल रहे हैं। फिर अपने इष्टदेव का ध्यान रखें और तीन बार यह संकल्प मन में दोहराएँ।

शरीर के अंगों पर नज़र डालें

अपने मन को शरीर के विभिन्न अंगों (कुल 76 अंगों) पर रखें और उन्हें शांत और शांत रहने का निर्देश दें। दाहिने पैर के अंगूठे से शुरू करके धीरे-धीरे पाँव की सभी उँगलियों, एड़ी, पिण्डली, घुटने, जांध, नितंब, कमर और कंधे पर ध्यान दें। ऐसा ही करके बाया पैर शिथिल करें।

केंद्रित होना

दाहिने हाथ के अंगूठे, उँगलियों, कलाई, कोहनी, भुजा और कंधे पर अपना मन रखें। फिर बाएं हाथ पर इसी तरह ध्यान दें। साथ ही दाहिने और बाएं फेफड़े, हृदय और आंतरिक अंगों को कमजोर करें।

शरीर की स्थिति

हृदय की सामान्य धड़कन सुनें। कान, आँखें, नाक, होठ, गाल, गर्दन और ठुड्डी को पूरी तरह से शिथिल करें। इस दौरान आप पूरी तरह तनावमुक्त हो रहे हैं और शरीर की ऊर्जा आसानी से प्रवाहित हो रही है, इस बात का ध्यान रखें। यह आपको शांत और गहरे विश्राम की स्थिति में ले जाएगा।

विचार चित्र

कल्पना करें कि आपके सामने गुलाब के फूल, चंपा के फूल, पूर्णिमा के चाँद, आकाश में तारे, उगता सूरज, बहते झरने और तालाब में कमल हैं। समुद्री वायु आपके शरीर में प्रवेश करती है और बीमारियाँ बाहर निकलती हैं।

अभ्यास का अंत

अपने मन को दोनों भौंहों के बीच केंद्रित करें। योग करने से पहले अपने आराध्य का ध्यान करके तीन बार संकल्प करें। फिर आँखें बंद करके ओम् तीन बार उच्चारण करें। दोनों हथेलियों को गरम करके पाँच बार सहज साँस लें। महसूस करें कि आपका मन, शरीर और मस्तिष्क पूरी तरह से तनावमुक्त हो गया है, जैसे कार की बैटरी चार्ज हो जाती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. योग निद्रा का क्या अर्थ है?
    “योग निद्रा” शब्द का अर्थ है “योगिक नींद”। यह एक प्राचीन ध्यान तकनीक है, जिसमें अभ्यासकर्ता जागरूकता को बाहरी दुनिया से आंतरिक दुनिया की ओर ले जाते हैं और सचेत विश्राम की एक गहरी अवस्था में प्रवेश करते हैं।
  2. योग के कितने चरण हैं?
    इसमें निर्देशित ध्यान से कम संरचना है, जिसमें दस प्राथमिक चरण हैं। यह आदर्श सत्र लगभग 45 मिनट तक चलता है, लेकिन यदि आप अभी शुरू कर रहे हैं या आपके पास पर्याप्त समय नहीं है, तो आप एक छोटा सत्र भी कर सकते हैं। योग निद्रा अभ्यास कक्षा में या अकेले कर सकते हैं।
  3. योग करने का मुख्य लक्ष्य क्या है?
    माना जाता है कि यह योग थकान को कम करता है, तनाव को कम करता है और विश्राम करता है। शवासन आराम से लेटकर हाथ-पैर फैलाकर करना है। विभिन्न आसनों का अभ्यास करना थकान को दूर करता है। योग, समाधि और नींद के बीच की अवस्था है।
  4. योग करने से मस्तिष्क को क्या होता है?
    योग निद्रा में अवचेतन द्वारा भेजे गए संकेतों को इस तरह से पुनर्गठित किया जाता है कि पूरा मस्तिष्क उन्हें ग्रहण करने लगता है। इस तरह, पूरा मस्तिष्क आसानी से सीखने पर केंद्रित होता है।
  5. योग करने से निद्रा कैसे आती है?
    शव मुद्रा या पूरी तरह से पूर्ण विश्राम की स्थिति में निद्रा का अभ्यास किया जाता है। जब आप शव मुद्रा में लेटते हैं, तो आप सिर्फ अपनी पीठ के बल लेटते हैं। आप इस मुद्रा का अभ्यास फर्श पर, बिस्तर पर या किसी भी ऐसे स्थान पर कर सकते हैं जहाँ आप पूरी तरह से आराम कर सकते हैं।

निष्कर्ष

योग एक प्रभावी उपाय है जो शरीर और मन को गहरी नींद में डालता है। यह तनाव, चिंता और अनिद्रा से राहत देता है और शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक संतुलन बनाता है। इस प्रक्रिया को नियमित रूप से अभ्यास करने से गहरी नींद मिलती है, साथ ही जीवन में सकारात्मकता और नई ऊर्जा मिलती है। यह आपके जीवन को एक नया रंग दे सकता है।

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